नमस्कार दोस्तों । आज की लेख में आप सभी का स्वागत है आज के लेखन में हम जानेंगे डी एल ई डी कोर्स क्या है और इसे करने के लिए योग्यता क्या चाहिए और इसके साथ ही बेस्ट कॉलेज और फीस भी जानेंगे।
विषय सूची
डी एल ई डी क्या है?
D.El.E.D फुल फॉर्म डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन है।
यह 2 वर्ष का एक टीचिंग डिप्लोमा कोर्स होता है जिसके अंतर्गत 4 सेमेस्टर होते हैं।
जैसा कि आपको पता है प्रत्येक सेमेस्टर 6 महीने का या होता है या फिर कहीं कॉलेजों में 5 महीने का होता है लेकिन सामान्यता भारत में एक सेमेस्टर 6 महीने का ही होता है।
यह कोर्स उन विद्यार्थियों के लिए काफी अच्छा रहता है जो चाहते हैं जिनका सपना एक टीचर अध्यापक बनने का होता है।
हम सभी को पता है हमारे जीवन में एक अध्यापक की क्या भूमिका है एक बिना अध्यापक हमारा जीवन पता नहीं कैसा होता।
क्योंकि हमेशा अच्छे टीचरों की जरूरत है पढ़ती रहती तो ऐसा नहीं है कि इस कोर्स करने के बाद आपको जॉब नहीं मिलेगी और यह भी नेता नहीं है कि आपको इस कोर्स करने के बाद कंफर्म जॉब मिल जाएगी क्योंकि इस कोर्स को करने के बाद कई लोग होते हैं जो बेरोजगार रह जाते हैं क्योंकि उन्हें अपने एक सब्जेक्ट में स्पेशलाइजेशन नहीं होती है।
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डी एल ई डी में करियर स्कोप
डिग्गी जैसा कि आपको पता है कि अच्छे अध्यापकों की जरूरत है हर जगह पर होती है।
इसी कारण से इस करियर में काफी ज्यादा स्कोप है और भविष्य में भी इसकी मांग बनी रहेगी क्योंकि बच्चों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
टीचिंग के लिए आप प्राइवेट सेक्टर में भी जा सकते हैं वहां प्राइवेट सेक्टर में टीचिंग के लिए कोई भी कमी नहीं है क्योंकि यदि आप पर प्राइवेट स्कूल में जॉइनिंग नहीं कर पाते हैं तो आप हो सकता है अपने आप प्राइवेट इंस्टिट्यूशन या फिर कोचिंग क्लास जरूर भूल पाएंगे लेकिन इस सब को करने के लिए आपको किसी एक सब्जेक्ट में स्पेशलाइजेशन जरूरी होगी।
आप ऑनलाइन टीचिंग से तो बनी भांति परिचित ही होंगे,
और प्राइवेट विद्यालयों के अलावा आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म में भी अध्यापक बन सकते हैं।
सबसे लोकप्रिय अनअकैडमी और कई अन्य प्लेटफार्म में जैसे वाइफाईस्टडी ।
सरकारी अध्यापक बनने के लिए आप TET एग्जाम और सीटेट(CTET) एग्जाम पास कर सकते हैं।
ऐडमिशन प्रोसेस
डी एल डी में एडमिशन लेने के लिए सबसे पहले आपको आवेदन करना होगा प्रत्येक वर्ष में इसके आवेदन मई से जून के बीच में आते हैं। डी एल डी में एडमिशन लेने के लिए प्रवेश परीक्षा के माध्यम से भी आप एडमिशन ले सकते हैं।
डी एल डी कोर्स फुल टाइम कोर्स होता है और यह कि डिस्टेंस कोर्स भी किया जा सकता है।
यह कोर्स एनआईओएस(NIOS) और इग्नू (IGNOU) द्वारा भी आयोजित किया जाता है ।
डी एल ई डी की प्रवेश परीक्षा प्रवेश प्रक्रिया विभिन्न राज्यों के संबंधित बोर्डो और संगठनों द्वारा आयोजित की जाती है और इनके द्वारा संबंध संबंधित सभी जानकारियां इन की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाती हैं।
12वीं कक्षा परीक्षा में प्राप्त अंकों से तैयार की गई मेरिट सूची के आधार पर छात्रों की सीधे d.led प्रवेश प्रदान किया जाता है।
आवेदन पूरे हो जाने के बाद कैंडिडेट की मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है और मेरिट बेस के आधार पर एडमिशन किया जाता है जिन छात्रों के या जिन उम्मीदवारों के 70 से 80% के बीच से नंबर या अंक होते हैं उनका सिलेक्शन आसानी से हो जाता है क्योंकि इसमें मेरिट बेस पर एडमिशन मिलता है।
पात्रता मानदंड
- उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से अपनी 12वीं परीक्षा में कम से कम 50% अंक प्राप्त करने की आवश्यकता है।
- आवेदन के दौरान उम्मीदवारी उम्मीदवारों की आयु 35 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/PH से संबंधित उम्मीदवारों को 5 वर्ष की छूट दी जाती है।
कोर्स फीस
देखिए दोस्तों यह फीस कोई निर्धारित फीस नहीं होती है क्योंकि यह प्रत्येक राज्य और प्रत्येक संस्थान के अनुसार अलग-अलग हो सकती है लेकिन फिर भी मैं आपको यहां पर अनुमानित फीस जरूर बताऊंगा।
सरकारी कॉलेज
सरकारी कॉलेज की प्रत्येक वर्ष की फीस 5 से 8000 के बीच में होती है लेकिन अलग-अलग राज्यों में यह कम या ज्यादा हो सकती है।
प्राइवेट विद कॉलेज
निकी दोस्तों वैसे तो प्राइवेट कॉलेजों की फीस सामान्यता 40 से 80000 के बीच प्रतिवर्ष फीस हो सकती है
डी एल ई डी का पाठ्यक्रम क्या है
- बच्चों का विकास
- शिक्षा समाज
- अंग्रेजी
- समकालीन समाज
- अनुभूति सामाजिक संस्कृति संदर्भ
- पर्यावरण अध्ययन शिक्षा शास्त्र
- विविधता और शिक्षा
- ललित कला और शिक्षा।
- कार्य एवं शिक्षा
- शिक्षक पहचान और स्कूल संस्कृति
- नेतृत्व और परिवर्तन
- प्रशिक्षता
कॉलेज
जब आप आवेदन करते हैं तो मेरिट लिस्ट तैयार की जाती और उसी के आधार पर आपकी काउंसलिंग की जाती है जिसके बाद आपको तय किया जाता है कि किस कॉलेज में आपका एडमिशन होगा।
भारत के सर्श्रेष्ठ डी एल डी कॉलेज कुछ इस प्रकार हैं
कॉलेज | फीस(INR) |
जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी न्यू दिल्ली | 6,900 |
पेसिफिक यूनिवर्सिटी उदयपुर | 50,000 |
इंटीग्रल यूनिवर्सिटी लखनऊ | 50,000 |
बॉम्बे टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज मुंबई | 17,310 |
दयालबाग एजुकेशनल इंस्टीट्यूट आगरा | 5950 |
DElEd: Jobs & Scope
यह कोर्स पूरा पूरा होने के बाद उम्मीदवारों को प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक के रूप में कैरियर शुरू करने के लिए सीटेट या राज्य स्त्री पर सीटेट की परीक्षा देनी होती है।
जैसा कि हम सभी को पता है सरकारी क्षेत्रों में वेतन निजी क्षेत्रों की तुलना में वेतन अधिक होता है ।
कोर्स पूरा होने के बाद उपलब्ध संभावित नौकरी विकल्पों की सूची आपको नीचे दी गई
जॉब प्रोफाइल | वेतन |
गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल अध्यापक | 4,20,000 |
करियर काउंसलर | 2,41,000 |
कंटेंट राइटर | 2,43,000 |
प्राइमरी टीचर | 2,41,000 |
कंटेंट रिव्यूअर | 5,20,000 |
निष्कर्ष
तो दोस्तों यह आपको लेख कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताएं।
यदि आपकी D.El.Ed कोर से जुड़ी हुई कोई शिकायत या समस्या रह गई है या प्रश्न रह गया तो हमें कमेंट सेक्शन में जरूर पूछें।