Chemical Engineer Kaise Bane ?Chemical Engineer फीस। सैलरी। बेस्ट इंस्टीटूट्स

Chemical Engineering एक आकर्षक और गतिशील क्षेत्र है जो उद्योगों की एक विस्तृत श्रृंखला में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, pharmaceuticals से लेकर ऊर्जा तक सामग्री विज्ञान तक। यदि आप केमिकल इंजीनियर के रूप में करियर बनाने में रुचि रखते हैं, तो आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कई कदम उठा सकते हैं।

क्या आप एक केमिकल इंजीनियर बनने में इंटरेस्ट रकते है या फिर आपका कोई प्रियजन केमिकल इंजीनियर(Chemical Engineer ) बनने का सपना सच करना चाहता है तो यह लेख आप के लिए काफी मूलयवान साबित होगा।

इन्हे भी पढ़े:

इस लेख में आज हम जानेंगे Chemical Engineers कैसे बने? इसके साथ ही केमिकल इंजीनियरिंग से जुड़े हुए आपके कई और सवालों के जवाब भी जानेंगे केमिकल इंजीनियरिंग कोर्स फीस , बेस्ट कॉलेजेस तथा केमिकल इंजीनियरिंग का स्कोप क्या है।

Chemical Engineering Kya Hai ?

केमिकल इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग का अध्ययन है जो रासायनिक सुविधाओं के संचालन और डिजाइन के साथ-साथ उत्पादन बढ़ाने के लिए रणनीतियों का अध्ययन करता है।

Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

केमिकल इंजीनियर कच्चे माल को प्रयोग करने योग्य सामान में बदलने के लिए लागत प्रभावी वाणिज्यिक तकनीकों को डिजाइन करते हैं।आप केमिकल इंजीनियरिंग  में डिप्लोमा तथा डिग्री दोनों में से कोई एक पाठ्यक्रम चुन सकते हैं , डिप्लोमा 3 वर्ष का होता है तथा डिग्री 4 वर्ष की होती है।

Career In Web Development

लेकिन यदि आप डिप्लोमा व डिग्री में लेटरल एंट्री के द्वारा एडमिशन प्राप्त करते हैं तो आपके पाठ्यक्रम की अवधि 1 वर्ष घट जाती है । इस तरह से आप डिप्लोमा व डिग्री करने के पश्चात एक केमिकल इंजीनियर  बन सकते हैं।

केमिकल इंजीनियरिंग स्कोप

किसी भी क्षेत्र में करियर बनाने से पहले हमने जरूर सोचते हैं कि क्या भविष्य में उसका स्कोप होगा या नहीं चलिए हम जानते हैं केमिकल इंजीनियरिंग  का स्कोप क्या है?

सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों के अवसरों के उपलब्ध होने के साथ, भारत में रासायनिक इंजीनियरों के उच्च विकास की उम्मीद है।

स्नातक की डिग्री के साथ केमिकल इंजीनियरिंग स्नातक हाइड्रोकार्बन, पेट्रोकेमिकल उद्योग, सीमेंट कारखाने, खाद्य प्रसंस्करण और प्रौद्योगिकी इकाइयों, उर्वरक कारखानों, दवा कंपनियों और जैव प्रौद्योगिकी उद्योग जैसे कई अन्य व्यवसायों में काम कर सकते हैं।

एलएंडटी, ओएनजीसी, मर्चेम लिमिटेड, इंफोसिस, विप्रो, रिलायंस और एस्सार भारत में काम करने वाली शीर्ष कंपनियों में से हैं जो केमिकल इंजीनियरों को नियुक्त करती हैं।

जब रासायनिक इंजीनियरों की आय की बात आती है, तो उन्हें अच्छी तरह से मुआवजा दिया जाता है।

फ्रेशर्स प्रति माह INR 18,000 और INR 30,000 के बीच कमाने की उम्मीद कर सकते हैं, लेकिन अनुभव और विशेष कौशल सेट के साथ, आप प्रति वर्ष INR 5-7 लाख के बीच कमाने की उम्मीद कर सकते हैं।

जबकि निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों में वेतन भिन्न होते हैं, विदेशों में काम करने के लिए तैयार लोगों के लिए उच्च-स्तरीय वेतन पैकेज उपलब्ध हैं।

कुछ अंतरराष्ट्रीय व्यवसाय, जैसे बेकर ह्यूजेस, टेककंसल्ट यूके लिमिटेड, और स्विफ्ट वर्ल्डवाइड रिसोर्सेज, सक्षम रासायनिक इंजीनियरों को प्रति माह INR 1 लाख और INR 3 लाख के बीच भुगतान करते हैं।

Chemical Engineer क्वालीफिकेशन

हमारी करियर की शुरुआत कब दसवीं कक्षा के बाद से हो जाती है। केमिकल इंजीनियर  के बनने के लिए आपको दसवीं कक्षा के बाद साइंस स्टीम लेनी होगी।कक्षा 12 में कम से कम 60% अंक प्राप्त करें।

लेकिन यदि आप भारत कॉलेज के प्रमुख कॉलेजों जैसे की आईटी व NITS में एडमिशन प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको 12वीं कक्षा में कम से कम 75% अंक लाने होंगे। इसके साथ ही आपको दसवीं कक्षा के बाद ही JEE Mains एग्जाम की तैयारी भी करनी होगी।

आरक्षण जाति जनजाति वर्गों के लिए अंको में लग से छूट दी जाती है।

केमिकल इंजीनियर  बनने के लिए आपके पास निम्नलिखित क्वालिफिकेशन होनी चाहिए।

  • उम्मीदवार की आयु कम से कम 17 वर्ष की होनी चाहिए।
  • उम्मीदवार किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा से कम से कम 50% अंकों से पास होना चाहिए।

डिग्री प्राप्त करने के लिए JEE Mains एग्जाम जिसके माध्यम से आप भारत के सरकारी इंजीनियर कॉलेजों में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं। हमने अपने अन्य लेख में JEE Main एग्जाम के बारे में विस्तार पूर्वक बताया है।

यदि आप दसवीं के बाद केमिकल इंजीनियर  बनना चाहता तो दसवीं के बाद आप अपने राज्य के अनुसार, पॉलिटेक्निक कॉलेजों में एडमिशन ले सकते हैं तथा केमिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा प्राप्त कर सकते हैं।

Chemical Engineering एडमिशन प्रक्रिया

जैसा कि हम आपको ऊपर लेख में बता चुके हैं कि आप केमिकल इंजीनियरिंग  इंजन में डिप्लोमा व डिग्री दोनों प्राप्त कर सकते हैं।

आपके चुने गए कोर्स के अनुसार एडमिशन की प्रक्रिया भिन्न होती।

डिप्लोमा एडमिशन प्रक्रिया:

यदि आप केमिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा प्राप्त करना चाहते हैं तो आप दसवीं कक्षा के बाद डिप्लोमा में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं। डिप्लोमा कॉलेजों में एडमिशन प्रक्रिया प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होता है तथा कुछ कॉलेजों में आप डायरेक्ट एडमिशन प्राप्त कर सकते।

बैचलर डिग्री एडमिशन प्रक्रिया:

आप केमिकल इंजीनियरिंग में यदि बैचलर डिग्री में एडमिशन प्राप्त करना चाहते हैं तो आप को कम से कम 12वीं कक्षा में 50% अंक प्राप्त होने चाहिए। इसके साथ ही आपको 12वीं कक्षा में फिजिक्स केमिस्ट्री मैथमेटिक्स यानी कि साइंस स्ट्रीम होना आवश्यक है।।

आप बारहवीं कक्षा के बाद किसी प्राइवेट संस्थान में डायरेक्ट एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं लेकिन यदि आप सरकारी कॉलेजों में एडमिशन प्राप्त करना चाहते हैं तथा भारत के प्रमुख कॉलेजों(IITs,NITs) में एडमिशन प्राप्त करने के लिए आपको JEE Mains की प्रवेश परीक्षा अनिवार्य होगा। हमें अन्य लेख में के बारे में विस्तारपूर्वक से बताया है।

Chemical Engineering Course  फीस

डिप्लोमा की फीस सामान्यत 15000 से ₹40000 प्रति वर्ष तक होती है। यह फीस प्राइवेट व सरकारी कॉलेजों की भिन्न-भिन्न हो सकती है तथा राज्यों के अनुसार भी अलग अलग हो सकती है।

यदि आप केमिकल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको बीटेक कॉलेजों में एडमिशन लेना होगा कॉलेजों की फीस ₹80000 से लेकर ₹2,50,000 प्रति वर्ष तक होती है।

भारत के टॉप कॉलेज

  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली,
  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मुंबई
  • All IITs
  • NITs
  • NSUT
  • महाऋषि दयानंद यूनिवर्सिटी
  • दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी(DTU)
  • इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी
  • लवली यूनिवर्सिटी
  • पीडीएम यूनिवर्सिटी
  • शारदा यूनिवर्सिटी

केमिकल इंजीनियर  टॉप भर्ती्

भारत में केमिकल इंजीनियर  बनने के बाद आप कई बड़ी कंपनियों में कार्य कर सकते हैं कुछ कंपनियों के नाम आपको नीचे दिए हैं।

सरकारी कंपनी

  • गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल)
  • भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल)
  • भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL)
  • तेल और प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड (ओएनजीसी)
  • इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल)
  • कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल)
  • नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनटीपीसी)
  • भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल)
  • नेशनल एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड (नाल्को)
  • स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल)\

निजी क्षेत्र की कंपनियों में

  • रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड
  • शलम्बरगर लिमिटेड
  • तेल और प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड
  • इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन
  • गुजरात अल्कलीज एंड केमिकल्स लिमिटेड
  • जॉनसन मैथे दीपक फर्टिलाइजर्स एंड पेट्रोकेमिकल्स कार्पोरेशन लिमिटेड
  • निप्पॉन पेंट्स

इन कंपनियों में आप कार्य करने के अलावा कई अन्य बड़ी कंपनियों की सर्विस सेंटरों में भी कार्य कर सकते हैं।

केमिकल इंजीनियरिंग के बाद क्या करें

केमीकल इंजीनियरिंग में डिग्री पूरी होने के बाद आप इस क्षेत्र में मास्टर्स डिग्री प्राप्त कर सकते हैं तथा अपने करियर को और ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं। इसके अलावा आप चाहे तो अपना कोई सर्विस सेंटर या फिर आप किसी बड़ी केमिकल इंजीनियरिंग  कंपनी में कार्य भी कर सकते हैं नीचे आपको केमिकल इंजीनियर  के मुख्य भर्ती कर्ताओं के नाम दिए गए हैं।

केमिकल इंजीनियरिंग पद

केमिकल इंजीनियरिंग पूरा होने के बाद आप निम्नलिखित पदों पर कार्य कर सकते हैं।

  • रासायनिक इंजीनियर
  • प्रक्रिया अभियंता
  • रासायनिक प्रक्रिया अभियंता
  • प्रोफेसर / व्याख्याता
  • वरिष्ठ प्रक्रिया अभियंता
  • सहेयक प्रोफेसर

केमिकल इंजीनियर सैलेरी

केमिकल इंजीनियरिंग में यदि आप एक डिप्लोमा करते हैं तो आपकी वार्षिक वेतन ₹200000 से 3.6 लाख रुपए प्रति वर्ष हो सकती है।

यदि आपने केमिकल इंजीनियरिंग डिग्री प्राप्त की है तो आपकी सैलरी ₹30000 से लेकर ₹100000 प्रति माह तक हो सकती है। ध्यान दें वेतन अनुमानित वेतन तथा आपके अनुभव व राज्य अनुसार आपकी सैलरी भिन्न हो सकती है।

बिना JEE Main एग्जाम के कैसे केमिकल इंजीनियर  बने?

यदि आप एग्जाम की तैयारी नहीं करते हैं या फिर आप इस परीक्षा को देना नहीं चाहते हैं तब भी आप एक केमिकल इंजीनियर  बन सकते हैं। आप चाहे तो डिप्लोमा कर सकते हैं या फिर आप किसी प्राइवेट कॉलेज में बीटेक की डिग्री में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं। प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन लेने पर आपको किसी भी प्रकार की प्रवेश परीक्षा नहीं देनी होती है।

निष्कर्ष

उम्मीद करता हूं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। इस लेख में आपने जाना कि केमिकल इंजीनियरिंग में आप अपना करियर कैसे बना सकते हैं ।

FAQs

Q.क्या केमिकल इंजीनियरिंग एक अच्छा करियर विकल्प होगा?

जी हां यह एक कैरियर का एक अच्छा विकल्प हो गया

Q.क्या 12वीं कक्षा में साइंस स्ट्रीम आवश्यक है?

जी हां यदि आप केमिकल इंजीनियर  बनना चाहते हैं तो 12वीं कक्षा में साइंस स्ट्रीम आवश्यक है।

Q.केमिकल इंजीनियर बनने के बाद नौकरी कहा पर कर सकते है ?

आप केमिकल इंजीनियर बनने के बाद सरकरी व प्राइवेट दोनों ही सेक्टर्स में कार्य कर सकते है।

Q.केमिकल इंजीनियर  की सैलरी कितनी होती है

केमिकल इंजीनियर  की सैलरी उसके अनुभव तथा उसके द्वारा ज्वाइन किए कंपनी पर निर्भर करता है सामान्यतः 15700 प्रति माह से लेकर 82000 प्रति माह तक वेतन होता है।

Q.केमिकल इंजीनियरिंग  के लिए सबसे बढ़िया कॉलेज कौन सा है?

किसी भी इंजीनियरिंग के लिए आईआईटी ,एनआईटी सबसे बढ़िया कॉलेज माने जाते हैं।

Q.क्या मैं बिना पर एग्जाम दिए केमिकल इंजीनियर  बन सकता हूं?

जी हां आप ऐसा कर सकते हैं आप बारहवीं कक्षा के बाद किसी प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं।

Q.केमिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा की फीस कितनी होती है?

डिप्लोमा की फीस ₹14000 से ₹65000 प्रति वर्ष तक होती है।

Q.केमिकल इंजीनियरिंग में डिग्री की फीस कितनी होती है?

केमिकल इंजीनियरिंग में डिग्री की फीस ₹70,000 से ₹2,50,000 प्रति वर्ष तक होती है।

Leave a Comment