Digital Marketing kya hai ?फायदे। नुक्सान। प्रकार

दोस्तों आप सभी का Hindimaijaane.com पर स्वागत है आज के एक नए लेख में। आज का लेख आपके लिए काफी ज्यादा स्पेशल होने वाला है यदि आप अपना बिजनेस ऑनलाइन बनाना चाहते हैं या फिर आपका कोई यूट्यूब चैनल या फिर एक वेबसाइट है तो आपने डिजिटल मार्केटिंग का नाम सुना ही होगा। क्या आप भी जानना चाहते हैं “Digital marketing Kya hai” तथा इसके फायदे क्या है और Digital Marketing क्यों जरूरी होती है। आज के इस लेख में हम Digital Marketing के विषय में चर्चा करेंगे।यदि आप अपना कोई ऑनलाइन स्टार्टअप व एक फ्री लांसर बनना चाहते है तो यह लेख आपके लिए काफी मूलयवान साबित होगा।

डिजिटल मार्केटिंग क्या है?(Digital marketing Kya hai )

मार्केटिंग दो शब्दों से मिलकर बना है डिजिटल तथा मार्केटिंग। डिजिटल का अर्थ होता है कोई भी चीज जो इलेक्ट्रॉनिक माधय्म में उपलब्ध है तथा मार्केटिंग का अर्थ होता है किसी भी प्रोडक्ट व वस्तु का प्रचार व प्रसार करना विज्ञापनों के माध्यम से।

इस प्रकार डिजिटल मार्केटिंग का अर्थ है किसी भी प्रोडक्ट या वस्तु का इंटरनेट पर प्रचार व प्रसार करना डिजिटल मार्केटिंग कहलाता है। डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा ही हम अपने फोन में फोन तथा सोशल मीडिया वेबसाइट पर हमारे इंटरेस्ट से संबंधित प्रसार -प्रचार देख पाते।

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एक उदाहरण से समझते हैं

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क्या आपने कभी ऐसा देखा है कि आप कुछ खरीदना चाहते हैं उसे आप गूगल पर सर्च करते हैं गूगल पर सर्च करने के बाद वह प्रोडक्ट देखते हैं लेकिन किसी कारणवश आप उसे खरीदते नहीं है। लेकिन फिर जब आप कुछ समय बाद अपना फेसबुक ,इंस्टाग्राम तथा सोशल मीडिया वेबसाइट चलाते हैं तो आपको सेम वही प्रोडक्ट का ऐड दिखाया जाता है यह कैसे संभव है यह डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम के द्वारा संभव होता है।यह प्रक्रिया डिजिटल मार्केटिंग का ही उदाहरण एक है।

निवेश करना जरूरी क्यों है ?

डिजिटल मार्केटिंग को अब पर्सनल मार्केटिंग के रूप में देखा जाने लगा है।

डिजिटल मार्केटिंग के फायदे

  • सही ऑडियंस को ढूंढ पाते हैं।
  • मार्केट रिसर्च अच्छी कर सकते हैं।
  • अपनी वेबसाइट यूट्यूब चैनल ,या फिर किसी अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आप ज्यादा ट्रैफिक ला सकते हैं।
  • कन्वर्जन रेट(Conversion Rate )ज्यादा होता है। इसका अर्थ यह है कि इसमें हमारे ग्राहक जल्दी बन जाते हैं।
  • सामान्य मार्केटिंग से काफी सस्ता होता है।
  • इस मार्केटिंग के द्वारा आप पूरे दुनिया भर में लोगों को तथा किसी भी जगह की ऑडियंस को टारगेट कर सकते हैं।
  • अपने प्रोडक्ट को ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जा सकता है।
  • डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा ट्रैक करने योग्य व मापने योग्य वाले परिणाम मिलते हैं।
  • वेबसाइट एनालिटिक्स व अन्य ऑनलाइन मैट्रिक टूल्स की सहायता से आप अपने डिजिटल मार्केटिंग Track कर सकते हैं।
  • व्यक्तिगत होता है।

डिजिटल मार्केटिंग के नुकसान

प्रत्येक चीज के नुकसान व लाभ होते हैं लेकिन कुछ चीजों के लाभ बहुत अधिक होते हैं तो हम उनके नुकसान को नजरअंदाज कर सकते हैं। इसी प्रकार से डिजिटल मार्केटिंग के काफी कम डिसएडवांटेज है । लेकिन मैं आपको डिजिटल मार्केटिंग के डिसएडवांटेज भी बताना चाहूंगा वह कुछ इस प्रकार से हैं

  • प्रशिक्षण व कौशल की जरूरत होती है।
  • इसमें अधिक समय लगता है।
  • उच्च प्रतिस्पर्धा।
  • यदि आपके Brand या फिर प्रोडक्ट पर कोई नकारात्मक प्रतिक्रिया या आलोचना होती है तो वह सभी प्रतिक्रियाएं व आलोचनाएं सोशल मीडिया व वेबसाइटों के माध्यम से सभी ग्राहकों को प्रदर्शित हो सकता है इस कारण से आपके ब्रांड की इमेज पर असर हो सकता है।

डिजिटल मार्केटिंग क्यों आवश्यक है?

  • कम समय में ज्यादा ग्राहकों तक पहुंचा जाकता है।
  • यह काफी सस्ता होता है।
  • आप अपने प्रोडक्ट/ ब्रांड के लिए डिजिटल मार्केटिंग ₹100 से भी शुरुआत कर सकते हैं।
  • आप इसमें कैंपेन चला सकते हैं तथा इन कैंपियन को ट्रैक किया जा सकता है।
  • यह मोबाइल यूजर्स को फोकस करता है।आज के समय में मोबाइल तथा इंटरनेट हमारे जीवन के आवश्यक घटक बन चुके है।
  • यह आपके ब्रांड प्रतिष्ठा स्थापित करता है।
  • सामान्य मार्केटिंग के विपरीत इस डिजिटल मार्केटिंग का रिटर्न, कन्वर्जन रेट अधिक होता है तथा आपके पास अधिक ग्राहक आते हैं। अंततः जिससे आपका रिवेन्यू(Revenue) & प्रॉफिट बढ़ता है ।

डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार(Digital Marketing Types)

चलिए अब हम जानते हैं डिजिटल मार्केटिंग कितने प्रकार की होती हैं

  1. सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन(Search Engine Optimatization)
  2. पे पर क्लिक(Pay Per Click )
  3. कंटेंट मार्केटिंग (Content Marketing)
  4. ईमेल मार्केटिंग (E-mail marketing)
  5. मोबाइल मार्केटिंग(Mobile Marketing)
  6. सोशल मीडिया मार्केटिंग (Social Media Marketing)
  7. एफिलिएट मार्केटिंग (Affiliate Marketing)
  8. मार्केटिंग एनालिटिक्स( Analytics Marketing )

चलिए अब इन सभी मार्केटिंग को एक-एक करके हम जानते हैं।

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन(SEO)

SEO: Search Engine Optimaization

Search Engine Optimization : सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन का लक्ष्य होता है किसी भी वेबसाइट को या फिर उसका कंटेंट को गूगल को बताना कि वह कंटेंट किस बारे में और गूगल उसे किस प्रकार से खोज सकता है। सरल भाषा में कहें SEO का लक्ष्य किसी वेबसाइट को गूगल के सर्च इंजन रिजल्ट पेज(SERP गूगल के खोज परिणामों) में उच्च रैंक दिलाना होता है। उच्च रैंक से अधिक ट्रैफिक उसी वेबसाइट पर जाता है जो सबसे ऊपर Rank करती है।आपने भी यह महसूस किया होगा कि जब भी हम गूगल पर कुछ सर्च करते है तो हम पहली या दूसरी वेबसाइट पर जाना पसंद करते है।

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के अंदर अंतर्गत निम्न का ध्यान दिया जाता है।

  • Content Indexing
  • Good Link Structure
  • Keyword Targeting

Pay Per Click

Pay Per Click को हिंदी में “भुगतान प्रति क्लिक” कहते हैं। डिजिटल मार्केटिंग का एक ही रूप है जिसका अर्थ है कि भुगतान बंद करने के बाद विज्ञापन बंद हो जाता है PPC ,SEO की तरह कंपनी के इंटरनेट सर्च ट्रैफिक को बढ़ावा देने की एक प्रक्रिया होती है।

जब आप गूगल पर सर्च करते हैं तो सबसे टॉप पर कुछ Ads दिखाई देते हैं इसी प्रकार से यूट्यूब में भी विज्ञापन प्रदर्शित होते हैं इसके साथ ही मोबाइल एप्लीकेशन में प्रदर्शित होने वाले विज्ञापन भी Pay Per Click Marketing के उदाहरण होते हैं।

कंटेंट मार्केटिंग(Content Marketing)

कंटेंट मार्केटिंग के अंतर्गत ब्रांड जागरूकता बढ़ाने तथा इसके साथ सूचना को साझा किया जाता है। इसका अंततः लक्ष्य होता है कि पाठको को ग्राहक बनाया जाये। जैसे कि यूजर अधिक जानकारी का अनुरोध करे, ईमेल सूची के लिए साइनअप(SignUp) करना या खरीदारी करना। कंटेंट मार्केटिंग के अंतर्गत सबसे पहले उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान दिया जाता है तथा उसके बाद उन्हें अपने साथ जोड़ने का प्रयास किया जाता है । Blog, डिजिटल वीडियो ,पॉडकास्ट,E-पुस्तक जैसे संसाधन कंटेंट मार्केटिंग का अहम हिस्सा होता है।

ईमेल मार्केटिंग(Email-Marketing)

ईमेल मार्केटिंग आज के समय में भी काफी प्रभावी मार्केटिंग तकनीकों में से एक मानी जाती है। ईमेल के माध्यम से लोगों के एक समूह को व्यवसायिक संदेश भेजने की क्रिया को ईमेल मार्केटिंग के रूप में जाना जाता है। इसके अंतर्गत ईमेल के माध्यम से विज्ञापन भेजना व्यवसाय की जानकारी तथा ईमेल के द्वारा खरीदारी, खरीदारी पर नए अवसरों की सूचना प्रदान करना होता है।

मोबाइल मार्केटिंग(Mobile Marketing)

मोबाइल मार्केटिंग एक मल्टी चैनल इंटरनेट मार्केटिंग पद्धति है जिसका उद्देश्य वेबसाइट MMS, SMS, ईमेल, सोशल मीडिया या मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से अपने स्मार्टफोन/फीचर फोन/ टेबलेट या अन्य जुड़े उपकरणों के माध्यम से विशिष्ट दर्शकों को लक्षित करना होता है।

एक प्रभावी मोबाइल मार्केटिंग के लिए आपको एक सुसंगत अनुभव बनाना चाहिए जिसकी ग्राहक अपेक्षा करते हैं।

सोशल मीडिया मार्केटिंग(Social Media Marketing)

सोशल मीडिया के माध्यम से सूचना विचारों रुचि और अभिव्यक्ति के अन्य रूप के निर्माण और साझा करने की सुविधा प्रदान करती है। Social Media में जब हम मार्केटिंग का प्रयोग करते हैं तो वह सोशल मीडिया मार्केटिंग कहलाती है। सोशल मीडिया मार्केटिंग के अंदर वह सब कुछ शामिल है जो एक व्यवसाय सोशल मीडिया चैनल के माध्यम से करता है। आज के समय में सोशल मीडिया से हर कोई परिचित है।

एफिलिएट मार्केटिंग(Affiliate Marketing)

एफिलिएट मार्केटिंग के द्वारा कोई इनफ्लुएंसर या वेबसाइट ओनर किसी प्रोडक्ट को अपनी वेबसाइट या आपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रमोट करता है तथा उनकी बिक्री पर कमीशन मिलता है। पिछले कुछ वर्षों के भीतर इंस्टाग्राम,यूट्यूब, टिक टॉक जैसे नए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का विकास हुआ है जिसके साथ ही एफिलिएट मार्केटिंग भी एक प्रभावशाली मार्केटिंग का तरीका बन गया है।

मार्केटिंग एनालिटिक्स(Marketing Analytics)

मार्केटिंग एनालिटिक्स की मदद से हम अपने द्वारा की गई डिजिटल मार्केटिंग का परिणाम देख सकते हैं तथा अपने डिजिटल मार्केट campaign को ट्रैक कर सकते हैं कि किस हद तक वह सफल रहे और तथा उन में क्या कमी रही है। जिसकी मदद से हम भविष्य में आने वाले campaign में सुधार लाते हैं तथा हम अपने प्रोडक्ट या ब्रांड को बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग कहां से सीखे

डिजिटल मार्केटिंग सीखने के लिए आप चाहे तो किसी कोचिंग सेंटर /इंस्टिट्यूट में जाकर सीख सकते हैं। डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स 3 महीने से लेकर 1 साल तक का कोर्स होता है तथा यह प्रत्येक इंस्टीट्यूट के ऊपर निर्भर करता है कि वह डिजिटल मार्केटिंग कोर्स के अंतर्गत आपको क्या-क्या सिखाना चाहती है ,कौन-कौन से पाठ्यक्रम छात्रों को उपलब्ध कराती। आप अपने शहर में इंस्टिट्यूट पर जाकर पता कर सकते हैं जहां पर कंप्यूटर कोर्सेज कराए जाते हैं।

इसके अलावा आप घर बैठे ही डिजिटल मार्केटिंग सीख सकते हैं ।आजकल सभी काम ऑनलाइन होने लगे हैं तो आप डिजिटल मार्केटिंग भी ऑनलाइन ही सीख सकते हैं डिजिटल मार्केटिंग आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे कि Udemy,EdX,Coursera,UdaCity से सीख सकते हैं।

इसके अलावा आप चाहे तो डिजिटल मार्केटिंग युटुब पर तथा ब्लॉग्स(BLogs) के माध्यम से भी सीख सकते हैं लेकिन मैं अपने अनुभव के आधार पर आपको एक सलाह देना चाहूंगा कि आप डिजिटल मार्केटिंग कोर्स यूट्यूब से फ्री में सीखने की कोशिश ना करें क्योंकि यूट्यूब पर काफी हद तक कम जानकारी दी गई है आप कोशिश करें कि कोर्स खरीद के ही डिजिटल मार्केटिंग सीखे। आपको जानकर हैरानी होगी कि Udemy,Udacity,EdX,Cousera जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर डिजिटल मार्केटिंग कोर्स काफी सस्ता होता है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ऑफलाइन प्लेटफार्म के मुकाबले अधिक सस्ता होता है।

Digital Marketing Syllabus

अब हम जानते है डिजिटल मार्केटिंग का क्या पाठ्यकर्म होता है।

  • इंट्रोडक्शन टू डिजिटल मार्केटिंग
  • वेबसाइट प्लानिंग एंड क्रिएशन
  • मार्केट रिसर्च
  • सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन(SEO)
  • सोशल मीडिया मार्केटिंग
    • यूट्यूब मार्केटिंग
    • फेसबुक मार्केटिंग
    • कोरा मार्केटिंग
    • टि्वटर मार्केटिंग
    • अन्य सोशल मीडिया हैंडल्स मार्केटिंग
  • ऐडसेंस
  • एफिलिएट मार्केटिंग
  • कॉपीराइटिंग
  • कंटेंट मार्केटिंग

यह कुछ मुख्य टॉपिक है जो कि डिजिटल मार्केटिंग कोर्स के अंतर्गत सिखाएं जाते हैं। इनके अलावा प्रत्येक Institute तथा अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म अपने अनुसार भिन्न भिन्न प्रकार के टॉपिक अपने डिजिटल मार्केटिंग कोर्स के अंतर्गत शामिल कर सकते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग फीस

डिजिटल मार्केटिंग की फीस ऑफलाइन माध्यमों में ₹2000 से लेकर ₹50000 तक हो सकती हैं इसकी फीस आपके द्वारा ज्वाइन किए गए इंस्टिट्यूट पर अधिक निर्भर करती। लेकिन यदि आप सस्ते में डिजिटल मार्केटिंग सीखना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से सीखे।

निष्कर्ष

उम्मीद करता हु कि आपको हमारा लेख डिजिटल मार्केटिंग पसंद आया होगा और मैं आपको डिजिटल मार्केटिंग की जानकारी अच्छे से प्रदान कर पाया हूं। इस लेख में अपने जाना डिजिटल मार्केटिंग क्या होता है डिजिटल मार्केटिंग के कितने प्रकार होते हैं तथा डिजिटल मार्केटिंग के लाभ व डिजिटल मार्केटिंग के नुकसान क्या है।

यदि आपका डिजिटल मार्केटिंग से संबंधित कोई सवाल है तो आप में कमेंट सेक्शन में अवश्य पूछ सकते हैं।

Digital Marketing FAQs

Q.डिजिटल मार्केटिंग कहां से सीख सकता हूं?

आप डिजिटल मार्केटिंग को ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों ही माध्यमों में सीख सकते हैं।

Q.मैं डिजिटल मार्केटिंग को ऑनलाइन कहां से सीख सकता हूं।

आप डिजिटल मार्केटिंग को Udemy,Udacity,EdX,Coursera से सीख सकते हैं।

Q.डिजिटल मार्केटिंग के फायदे क्या है ?

  • कम समय में ज्यादा ग्राहकों तक पहुंचा जाकता है।
  • यह काफी सस्ता होता है।

Q.डिजिटल मार्केटिंग के नुकसान क्या है ?

  • इसमें अधिक समय लगता है.
  • प्रशिक्षण व कौशल की जरूरत होती है।

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