निवेश(Investment) क्या है?निवेश क्यों जरूरी है?निवेश के प्रकार। निवेश के लाभ

“यदि आपको सोते समय पैसे कमाने का कोई रास्ता नहीं मिलता है

तो आप मरते दम तक काम करेंगे”

वारेन बफेट

आज हम बात करेंगे निवेश क्या होता है तथा निवेश करना क्यों जरूरी है,निवेश के क्या लाभ है। क्या आपको निवेश करना चाहिए या नहीं करना चाहिए ?

स्टॉक मार्किट क्या है?
स्टॉक मार्किट कैसे सीखे ?

आपने कहीं ना कहीं निवेश या इन्वेस्टमेंट सुना होगा चाहे यूट्यूब हो या फिर कोई मीडिया या न्यूज़पेपर हो ।

निवेश क्या होता है।(What is Investment)

सरल भाषा में कहें तो निवेश का अर्थ होता है पैसों की मदद से अधिक पैसे को बनाना ।

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निवेश को इन्वेस्टमेंट भी कहते हैं। निवेश एक तरह की संपत्ति होती है जो भविष्य में पैसे बढ़ाने के लक्ष्य से किया जाता है। निवेश कई प्रकार का होता है। आपने यह जरूर सुना होगा कि अमीर लोग किस प्रकार पैसे से पैसा बनाते हैं ऐसा किस प्रकार से कर पाते हैं वह निवेश के द्वारा यह कर पाते हैं क्योंकि निवेश करने से आपका पैसा पैसे को बनाता है।

निवेश के लाभ:

वैसे निवेश के काफी लाभ है लेकिन मैं यहां पर आपको निवेश के 6 मुख्य लाभ बताना चाहता हूं।

  • वित्तीय स्वतंत्रता
  • निवेश करने से आपको रुपए बनाने में मदद मिलती है।
  • टैक्स बचाने में मदद होती है।
  • आप महंगाई से आगे रह सकते हैं।
  • निवेश आपको रिटायरमेंट में सहायता करता है।
  • अन्य वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में सहायता करता है।

निवेश क्यों करना चाहिए !

निवेश करने के सभी के अपने-अपने अलग लक्ष्य होते हैं। सबसे पहले आप अपने लक्ष्य को सुनिश्चित कीजिए तथा उसके बाद ही निर्णय लीजिए कि आपको निवेश करना चाहिए या नहीं।नीचे कुछ पॉइंट दिए गए हैं, इन कारणों से लोग निवेश करते है।

  • अपनी वित्तीय लक्ष्य को पूरा करने के लिए
  • अपने पसंदीदा जीवनशैली को जीने के लिए
  • पैसों को सुरक्षित रखने के लिए
  • पैसों को बढ़ाने के लिए
  • रिटायरमेंट के लिए
  • एक स्थिर आय अर्जित करने के लिए

निवेश कहां करें ?

आपने निवेश जान लिया तथा इसके क्या फायदे होते है तो क्या आपके मन में भी यह सवाल आ रहा है कि निवेश कहां पर करें। चिंता मत कीजिए हम आपको उस और भी ले चलते हैं।आप निवेश के किसी भी प्रकार में अपने पैसो को निवेश कर सकते है

निवेश के प्रकार (Type of investment)

Type of investment
Type of investment
  1. स्टॉक्स मार्केट
  2. म्यूचुअल फंड्स
  3. रियल एस्टेट
  4. बॉन्ड्स
  5. फिक्स्ड डिपॉजिट
  6. गोल्ड
  7. पब्लिक प्रोविडेंट फंड(PPF)
  8. NPS
  9. यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस पॉलिसी

इनमे से सभी मुख्य प्रकार के निवेश की जानकारी आपको नीचे दी गयी है।

1.स्टॉक मार्केट /शेयर मार्केट

शेयर मार्केट में निवेश करना काफी अच्छा माना जाता है बशर्ते आपको स्टॉक मार्केट की अच्छी तरीके से जानकारी हो । आपको अच्छे कमापनियों के शेयर चुनना व सही समय पर बेचना आना चाहिए।। राकेश झुनझुनवाला, मुकुल अग्रवाल तथा कई अन्य लोग भी हैं जिन्होंने शेयर मार्केट के बदौलत से बहुत ज्यादा सम्पति कमाई है।

राकेश झुनझुनवाला को भारत शेयर मार्केट का किंग भी कहा जाता है।

शेयर मार्केट में जानकारी के अभाव से किया गया निवेश काफी ज्यादा जोखिम भरा हो जाता है इसके चलते कई लोगों को अपना पैसा कमाना भी पड़ता है तथा उन्हें काफी हद तक नुकसान झेलना पड़ता है।

2.म्यूचल फंड

म्यूचल फंड के माध्यम से आप शेयर मार्केट में अप्रत्यक्ष रूप से निवेश करते हैं। आपको सिर्फ निवेश करने की जरूरत होती है,रिसर्च व अन्य कार्य करना फंड मैनेजर का कार्य होता है। म्यूचल फंड में काफी ज्यादा विविधता होती है म्यूच्यूअल फंड्स को आप अपने लक्ष्य के आधार पे चुन सकते है।। म्यूचल फंड में 9% से 13% के वार्षिक रिटर्न देने की क्षमता होती है।

3.रियल एस्टेट

रियल एस्टेट भी निवेश का काफी अच्छा विकल्प है।रियल इस्टेट में जोखिम काफी कम होता है तथा यह सुरक्षित भी माना जाता है। लेकिन रीयल एस्टेट में निवेश करने के लिए बहुत ज्यादा पैसों की आवश्यकता होती है इस वजह से प्रत्येक व्यक्ति की इतनी क्षमता नहीं होती है कि वह रियल एस्टेट में निवेश कर सके।

4.बॉन्ड

आप चाहें तो अपने पैसों को बॉन्ड में भी निवेश कर सकते हैं। बॉन्ड कॉर्पोरेट तथा गवर्नमेंट बॉन्ड होते हैं आप दोनों में से किसी एक के साथ या फिर दोनों के साथ जा सकते हैं तथा इनकी एक निश्चित ब्याज दर होती है तथा वह कुछ समय बाद या निश्चित डेट पूरी हो जाती तो आपको पैसा दे दिया जाता है। बॉन्ड में रिस्क काफी कम होता है।

5.फिक्स डिपाजिट(FD)

फिक्स डिपाजिट आपने जरूर सुना होगा जिसे एफडी(FD) भी कहते हैं। फिक्स डिपॉजिट में बैंकों के दर काफी ज्यादा कम होते हैं जो कि भारत में 3% है। तथा इन्फ्लेशन रेट दर 6% है जो कि एक अच्छा विकल्प नहीं साबित होगा आज के समय में।

6.गोल्ड

गोल्ड में निवेश करना एक काफी पुराना व पारंपरिक तरीका माना जाता है। पिछले कुछ लगातार वर्षों से गोल्ड में अच्छा रिटर्न दिया है। गोल्ड में निवेश करने पर भारत में 8 से 9.6% के आसपास वार्षिक रिटर्न मिलता है। स्टॉक मार्केट के मुकाबले गोल्ड काफी कम रिस्की होता है।

7.पीपीएफ(PPF)

पब्लिक प्रोविडेंट फंड भारत सरकार द्वारा आयोजित किया गया है। इसके अंतर्गत आपको अपने आप पीपीएफ अकाउंट खुलवाना होता है। PFF की कुछ समय के बाद आपको वार्षिक 7 से 8% का रिटर्न मिल जाता है। PFF की एक खास बात यह है कि इसमें आपको टैक्स फ्री रिटर्न मिलता है। इसमें आपको 15 वर्ष का लॉक इन पीरियड की योजना भी प्राप्त होती है।

8.एनपीएस(NPS)

एनपीएस को नेशनल पेंशन स्कीम भी कहा जाता जिससे हिंदी में राष्ट्रीय पेंशन योजना कहा जाता है। इस योजना के तहत यह आपकी इन्वेस्टमेंट तथा रिटायरमेंट प्लानिंग में लाभदायक होता है।

निवेश को कब शुरू करें?

निवेश करने की कोई आयु सीमा नहीं होती यदि आप शुरुआती समय 16 -17 के समय से निवेश करना शुरू कर देते हैं तो यह आपके लिए काफी अच्छी बात है ।

इसका यह अर्थ नहीं हुआ की आपकी आयु अधिक हो गयी है तो आप निवेश नहीं कर सकते।

यदि आप निवेश शुरू कर देते हैं तो निवेश से आप भविष्य में अपने लिए इतनी वेल्थ बना लेंगे कि भविष्य में आपको कार्य करने की जरूरत न हो।

अब आप सोच रहे होंगे की कार्य न करने पर कैसे पैसा बन सकता है तो में आपको बताना चाहूंगा की यही तो निवेश की खुबसूरती है ऐसा हो पाना चक्रवृद्धि(कंपाउंड इंटरस्ट ) ब्याज के कारण संभव होता है।।लेकिन आप सही जानकारी के बिना निवेश करते है तो आपको काफी ज्यादा नुक्सान भी उठाना पड़ सकता है।

वारेन बुफेट जो कि दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में चौथे नंबर पर आते हैं। उन्होंने मात्र 11 वर्ष की उम्र से पहला निवेश करना शुरू किया था तथा 14 वर्ष में उन्होंने पहली बार टैक्स भरा था।

निवेश के लिए कितने रुपए चाहिए ?

निवेश करने के लिए एक निश्चित राशि का होना आवश्यक नहीं है आप प्रतिमाह ₹100 या ₹500 से भी निवेश शुरू कर सकते हैं।आप चाहे तो बड़ी धनराशि से भी शुरू कर सकते है।यह आपके ऊपर निर्भर करता है की आप कितनी धनराशि को निवेश कर सकते है।

निवेश कौन कौन कर सकता है?

आज के समय में निवेश कोई भी कर सकता है बस उसके पास सही जानकारी तथा उसे निवेश करना आना चाहिए। यदि आपको निवेश करना नहीं आता की किस तरह से निवेश किया जाए तो आप इंटरनेट की सहायता ले सकते हैं।

आप यूट्यूब पर वीडियो देखकर सीख सकते। आप चाहे एक विद्यार्थी हो , नौकरी करने वाले व्यक्ति, किसान, या फिर अपना एक छोटा मोटा बिजनेस ही क्यों ना चला रहे हो, निवेश के दरवाजे सभी व्यक्तियों के लिए खुले हुए हैं।

बचत क्या है?

बचत का अर्थ होता है समय के साथ अपनी कमाई का कुछ हिस्सा अलग रखना उस पैसे को खर्च ना किया जाना। सेविंग खाता या बैंक अकाउंट में फिक्स डिपाजिट के माध्यम से बचत कर सकते हैं लेकिन आज के समय में इन्फ्लेशन रेट जो कि 6.18%के करीब है तथा फिक्स डिपाजिट की दर लगभग 4.4% है ।

निवेश Vs बचत

आज के समय में फिक्स डिपॉजिट की दर महंगाई की दर से कम है इस कारण से आप फिक्स्ड डिपाजिट से बचे और निवेश के अन्य वैल्पिक की तरफ जाये।निवेश के कुछ विकल्प जोखिमों से भरे होते है निवेश के साथ जितना जोखिम होता है उतना बड़ा रिटर्न भी उसके साथ मिलता है लेकिन सेविंग में ऐसा जोखिम नहीं होता है।

तुलना का आधारनिवेशबचत
लक्ष्यछोटे और अल अल्पकालिक लक्ष्यबड़ा और दीर्घकालिक लक्ष्य
इन्फ्लेशन के खिलाफ सुरक्षाकाफी कम सुरक्षाअधिक सुरक्षा
जोखिमबहुत कमसामान्य या अधिक
रिटर्ंसकमअधिक
नगदीअधिककम
विशिष्ट उत्पाद(Product)कैश, बचत खाता,रियल इस्टेट, बॉन्ड्स, इक्विटी, फंड्स, स्टॉक्स
Investment vs Saving

क्या निवेश में हमेशा लाभ प्राप्त होता है?

निवेश में हमेशा लाभ प्राप्त होता है यह कहना उचित नहीं होगा। यदि आप बिना सही जानकारी के तथा बिना सही रिसर्च किए यदि आप निवेश करते हैं तो आपको निवेश से नुकसान भी हो सकता है।

स्टॉक मार्केट सबसे ज्यादा रिस्की माना जाता है लेकिन यदि आप सही रिसर्च तथा सही जानकारी प्राप्त करते हैं तो स्टॉक मार्केट में आप हो सकता है कि आप पैसे बना सके।

निवेश करते हुए रखें इन बातों का ध्यान।

अपने निवेश से जुड़ी हुई लगभग सभी बातें जान ली हैं चलिए अब जानते हैं कि यदि आप निवेश करने जा रहे हैं तो आपको किन बातों का ध्यान रखना है।

निवेश के लक्ष्य को समझें,

निवेश करने से पहले आप अपने लक्ष्य को अवश्य समझे। हम इसे एक उदाहरण के मदद से समझते हैं: यदि आप कहीं पर जा रहे हैं और आपको यह नहीं पता है कि आपको कहां जाना है तो आपको कैसे पता लगेगा कि आपको कौन सी बस लेनी है। इसी प्रकार से निवेश में भी लक्ष्य का पता होना जरूरी है।

सीखें पहले

निवेश करने से पहले आपको निवेश को सीखना पड़ेगा तथा आप जिस भी प्रकार के निवेश की तरफ जाना चाहते हैं उसे अच्छे से समझे तथा उसकी सही जानकारी प्राप्त करें।

अपनी जोखिम की क्षमता समझे

आप अपने जोखिम या रिस्क लेने की क्षमता को देखिए कि आप कितने रुपयों का रिस्क उठा सकते हैं। अपने जोखिम को कुछ इस प्रकार नापे, यदि वह रुपया आपके पास से चला भी जाता है या उसका नुकसान हो जाता तब भी आप चैन की नींद ले सके।

पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करें:

आपको अपना संपूर्ण पैसा किसी एक प्रकार के निवेश में नहीं लगाना चाहिए तथा उसे कई प्रकार के निवेश में लगाना चाहिए। यदि किसी कारणवश एक निवेश में लगाया गये पैसे से आपका मुनाफा नहीं होता है या नुकसान हो जाता है तो बाकी जगह पर लगाया गया पैसा आपको मुनाफा पहुंचा सकता है।

लंबे समय के लिए निवेश करें

किसी भी निवेश में कम समय में कम फायदा होता है लेकिन यदि आप उस निवेश में अधिक समय तक निवेशक रहते हैं तो आपको कई गुना ज्यादा मुनाफा मिलता है।

निष्कर्ष

इस लेख में आपने जाना की निवेश क्या होता है ,निवेश कितने प्रकार का होता है ,आप निवेश कहा कर सकते है ,निवेश के लिए कितने पैसे होने चाहिए। निवेश व बचत की तुलना भी आपने देखी। यदि यह लेख आपको मूलयवान लगा तो इसे अपने पिर्यजनो के साथ जरूर शेयर करे।

FAQs

  1. Q.निवेश क्या होता है

    पैसों को ऐसी जगह पर लगाना जिससे भविष्य में उन पैसों से ज्यादा या कई गुना ज्यादा आपको पैसा मिल सके।

  2. Q. हमें लंबे समय या कम समय किस में निवेश करना चाहिए?

    रिटर्न के हिसाब से देखा जाए तो आपको लंबे समय के लिए निवेश करना चाहिए।

  3. Q. मैं एक विद्यार्थी हूं क्या मैं भी निवेश कर सकता हूं?

    जी हां आप भी निवेश कर सकते हैं।

  4. Q. मुझे इंग्लिश नहीं आती है क्या मैं भी निवेश कर सकता हूं?

    देखिए निवेश का किसी भाषा से संबंध नहीं है बस आपको निवेश करना सीखना होगा।

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